Saturday, June 29, 2013

A Portrait of the Mathematician as Hattori Hanzō

Think of the mathematician as Hattori Hanzō - the master swordsman/swordmaker in Kill Bill masquerading as a sushi chef in Okinawa - as a maker of katanas that the Uma Thurmans of the world - the scientists and sometimes even engineers and economists - employ to slay the Crazy 88 - the far too numerous demons of hillbillyness and general intellectual destitution. But the analogy runs its course here. Much unlike the real, rather badass samurai, The Mathematician, at the prospect of an encounter with the Crazy 88 (or pretty much any part of the real world) will promptly let loose a warm loaf of wholesome turd in his pants and hide under the skirts of our Uma Thurmans.

Comparative Advantage lets loose upon this world some rather awkward superheroes.

Thursday, June 20, 2013

याद पिंचन की आने लगी...

करीब डेढ़-दो साल पहले, लगभग पाँच-छः महीने तक की कई नाकाम कोशिशों के बाद मैंने अंततः ग्रैविटीज़ रेनबो को शेल्फ पर एक गहरी साँस लेकर छोड़ दिया था। ऐसा नहीं था कि मुझे किताब पसंद नहीं आ रही थी, बात दरअसल यह थी कि आठ सौ पन्नों की यह भारी भरकम किताब अपनी प्रख्यात जटिलता के कारण जितने समय की माँग मुझसे कर रही थी, उतना वक़्त देना मेरे लिए उन दिनों में कुछ दुसाध्य सा काम हो गया था; और अपनी छः महीनों की लगातार विफलता के बाद इस किताब का ज़िक्र भर मुझे अवसादग्रस्त-सा कर देता था। इसलिए मैंने किताब को किनारे कर, अपनी कमियों को कुछ कोसते हुए, कुछ सीधा-सरल, तो कुछ लम्पट साहित्य पढ़ कर अपना दिल बहलाया और इस हार को अपने दिमाग से दूर खदेड़ा। (विलियम एच गैस की किताब 'द टनेल' के साथ, और सैमुएल डेलेनी की किताब 'ढालग्रेन' के साथ भी कुछ ऐसी ही मुँह की खाई मैंने! इस विषय में मैं पहले भी अपना दुखड़ा रो चुका हूँ: यहाँ और यहाँ)

लेकिन पिछले हफ्ते जी कड़ा कर के मैंने फिर इस किताब पर निगाहें दौड़ाईं और फिर से इस गद्य के समंदर में साँस रोक के गोता लगा दिया है, ठीक वैसे, जैसे किताब का नायक एक कल्ट सीन में (जिसे डैनी बोएल ने अपनी ध्वंसात्मक फिल्म 'ट्रेनस्पौटिंग' में भी फिल्माया है) कमोड के अन्दर लगाता है। 

क्रिसी दो महीनों के लिए मुंबई में है और वक़्त की कुछ ख़ास कमी भी नहीं --- अभी नहीं, तो कभी नहीं!

Saturday, June 15, 2013

खूंटियों पर टंगे लोग

या दूसरे शब्दों में, सत्य साईं बाबा, ऑर्लैंडो के हाउस ऑफ़ ब्लूज़ में



कान के पीछे की भभूति से लेकर 
अमरीकी दीवारों की खूँटी तक
बाबा का मैजिक 
बाबा का मैजिक

वटवृक्षनुमा बाल से लेकर 
डिज़्नीवर्ल्ड की चाल तक 
बाबा का मैजिक 
बाबा का मैजिक 

Monday, June 03, 2013

Hacking the Life Away

A couple of months back, NF's veteran, geriatric HP laptop suffered a breathtaking four foot drop, fractured its hard disk and was declared comatose. This event led NF to buy a $250 Samsung Chromebook whose fan NF became right away, even as the old HP machine valiantly sputtered back to life with the aid of a new hard drive.

And then courtesy the ever wonderful Lifehacker, NF came to know about booting an Ubuntu distro alongside Chrome OS. It's not dual boot; you can toggle between Ubuntu and Chrome OS by pressing Ctrl+Alt+Shift+Back and Ctrl+Alt+Shift+Forward and unleash the full power of Ubuntu on your Chromebook in real time! See link here on Lifehacker and here on How-to-Geek.

It's been working like a dream. The next laptop NF ever plans to buy will be the Chromebook Pixel with a solid Ubuntu distro running alongside! 

Highly recommended!